Short poems and quotes about Life
चल फिर से उठ चलें ऐ दिल! के धूप सुहानी छायी है।
कुछ मौसम ने है रुख बदला, कुछ आस अनोखी आयी है।
चल फिर से उठ चलें ऐ-दिल ----
rEkH$
Comments
Post a Comment