चलना बाकी है।

कुछ पल ठहर, भले थम जा कहीं, पर वापिस मुड़ना अब सही नहीं।  

ना गिरना तेरे बस में था , ना हार को कोई रोक सका। 

पर गिर के उठ और फिर से लड़, मंज़िल पाना अभी बाकी है। 

अभी तो चलना बाकी है।  -rEkHS

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